Table of Contents
Emotional Story In Hindi : ‘सूई’ की करामात
एक सेठ था। उसके पास करोड़ों रुपए थे। इसलिए लोग उसे करोड़िया मल कहते थे। अपने धन का प्रदर्शन करने के लिए उसने ब्रह्मभोज का आयोजन किया। धन को पानी की तरह बहाया। अनेकों प्रकार के व्यंजन बनाए। हजारों लोगों को आमंत्रित किया। कोई भी इलाके का पीर, फकीर, संत ऐसा न था जिसे उसने आमंत्रित न किया हो। श्री गुरु नानक देव जी को भी उसने आमंत्रित किया।
कभी अपनी मांगों को छोड़ कर किसी की ज़रूरतों को पूरा कर के देखो अच्छा लगता है।
गुरु जी आए और उसके वैभव के प्रदर्शन को देखा। देखा धन को पानी की तरह बहाते। एक तरफ दाने-दाने को मोहताज गरीब लोग, अभाव में जीते गरीब लोग और दूसरी और धन की इस कदर बेदर्दी से फिजूलखर्ची। उनसे रहा न गया। आपने शिक्षण के अपने ही मौलिक अंदाज को अपनाया।
सेठ को एक सुई दी और कहा, “इसे ले जाओ, संभाल कर रखना और दूसरे लोक में मुझे लौटा देना।” सेठ चक्कर में पड़ गया कि नहीं यह सूई कैसे साथ ले जाऊंगा? पर गुरु जी के आदेश को कैसे टालता? अपनी पत्नी के पास गया और कहने लगा, “गुरु जी ने सुई दी है इसे संभाल कर रखना। यह गुरु जी को दूसरे लोक में वापस देनी है।”
आओ कुछ काम करे सभी खुदा के बन्दों के लिए, अपने लिए काफी जी लिए आओ थोड़ा जी लें ज़रूरतमंदों के लिए।
उसकी पत्नी कहने लगी, “आप कैसी बातें कर रहे हैं? वहां तो कुछ भी नहीं जाता। सूई को कैसे लेकर जाएंगे? जाओ, जाकर गुरु जी को विनती करो कि गुरु जी और जो चाहो सेवा बताओ, यह काम हमसे न हो पाएगा।”
सेठ ने गुरु जी को सूई लौटाते हुए कहा, “गुरु जी! यह सूई कृपया वापस ले लीजिए। यह दूसरे लोक में साथ नहीं जाएगी।” गुरु जी ने उत्तर दिया, “तुम्हारे पास दौलत के अंबार हैं दूसरे लोक में साथ तो ये भी नहीं जाएंगे। फिर उनका भंडारण क्यों कर रहे हो?”
“मुझे क्या करना चाहिए?” सेठ ने उत्सुकता से पूछा।
गुरु जी ने कहा, “इन्हें जरूरतमंदों में बांट दो। भाई! अधिक धन पापों का मूल होता है और यह मरते समय साथ नहीं जाता।” करोडिया मल सेठ ने गुरु जी की शिक्षा का अनुसरण कर अपना धन गरीबों की सेवा में परोपकार के कार्यों में लगाना शुरू कर दिया। उसे जीवन का सही मार्ग मिल गया था।
Read More Hindi Story :
रुला देने वाली सच्ची प्रेम कहानी
Santa Claus : सांता क्लॉस की कहानी
Barack Obama Quotes In Hindi | बराक ओबामा के अनमोल वचन
3 thoughts on “Hindi Story : ‘सूई’ की करामात”