Bihar Victim Compensation Scheme: सरकार की इस स्कीम से पीड़ितों को मिलेंगे ₹10 लाख, योजना की जानकारी यहाँ मिलेगी

Bihar Victim Compensation Scheme – एसिड अटैक, यौन उत्पीड़न, मारपीट जैसे मामले भारत में हिंसा का एक सबसे बड़ा रूप है। अगर किसी पर एसिड अटैक होता है, तो उसके गंभीर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक परिणाम होते हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आँकड़ों के अनुसार, पिछले पाँच वर्षों में भारत में एक हज़ार से ज़्यादा एसिड अटैक की रिपोर्ट की गई है।

रिपोर्ट में दिखाए गए आंकड़ें वास्तविक आंकड़ों से कहीं अधिक है, क्योंकि कुछ घटनाएँ रिपोर्ट नहीं हुई है। भारत के अलग-अलग राज्यों में एसिड अटैक का आंकड़ा अलग-अलग है, सबसे ज्यादा बंगाल इस समस्या से पीड़ित है। वहीं बिहार में भी एसिड अटैक के मामले सामने आते हैं। इसके अलावा भी बहुत प्रकार की हिंसाएँ होती है।

Table of Contents

Bihar Victim Compensation Scheme Yojana Apply Online 2024

बिहार सरकार ने एसिड अटैक, यौन उत्पीड़न और अन्य हिंसा से पीड़ितों को राहत प्रदान करते हुए साल 2014 में ‘बिहार पीड़ित मुआवजा योजना’ की शुरुआत की थी। इसे वर्तमान में ‘बिहार पीड़ित प्रतिकर योजना’ के नाम से जाना जाता है। यह योजना सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार शुरू की गई थी, जिसमें कोर्ट ने सभी राज्यों से पीड़ितों के लिए एक योजना पेश करने का आदेश दिया था।

यह योजना बिहार के राज्यपाल ने दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 (अधिनियम 2, 1974) की धारा 357-ए द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते शुरू करने का आदेश दिया था। साथ ही इस योजना का लाभ पूरे बिहार के एसिड और अन्य हिंसाओं से पीड़ित पीड़ितों को मिलेगा।

योजना  का नामबिहार पीड़ित मुआवजा योजना
योजना का उद्देश्यपीड़ितों या उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता
विभागबिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (BSLSA)
साल2024
लाभपीड़ितों को ₹10 लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी
राज्यबिहार
आधिकारिक वेबसाइटhttps://state.bihar.gov.in/home/CitizenHome.html
आवेदन का तरीकाऑनलाइन/ऑफलाइन

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना क्या है?

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना एक सरकारी योजना है जिसे आपराधिक कृत्यों के कारण नुकसान या चोट झेलने वाले पीड़ितों की सहायता के लिए शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पीड़ितों या उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसमें एसिड अटैक, यौन उत्पीड़न, मारपीट और अन्य हिंसक घटनाओं जैसे अपराधों के पीड़ित शामिल हैं।

इस योजना के लिए आपराधिक कृत्यों के कारण शारीरिक या मानसिक नुकसान झेलने वाले पीड़ित पात्र हैं। इसके अलावा मृत पीड़ितों के आश्रित भी मुआवजे के लिए आवेदन कर सकते हैं। शुरू में एसिड अटैक पीड़ितों के लिए अधिकतम मुआवजा राशि ₹3 लाख थी।

हालाँकि बिहार सरकार ने बाद के वर्षों में इसे बढ़ाकर ₹7 लाख कर दिया। अब साल 2019 में यह राशि बढ़ाकर ₹10 लाख कर दी गई है। इस योजना का संचालन बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (BSLSA) द्वारा किया जाता है।

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के फायदे?

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के फायदे इस प्रकार है-

  • इस योजना के तहत पीड़ित को ₹7 लाख की मुआवजा राशि दी जाएगी।
  • यदि पीड़ित की आयु 14 वर्ष से कम है, तो मुआवजे को ₹7 लाख से 50% अधिक बढ़ाया जा सकता है।
  • एसिड अटैक पीड़ितों के लिए एक अतिरिक्त प्रावधान है: यदि पीड़ित ने 80% या उससे अधिक रोशनी खो दी है या चेहरे का 80% या उससे अधिक हिस्सा विकृत हो गया है, तो मुआवजे के रूप में प्रति माह ₹10,000 मिल सकते हैं।
  • यह मुआवजा पूरे जीवन के लिए या जिला अपराध मुआवजा बोर्ड द्वारा उचित समझी जाने वाली अवधि के लिए प्रदान किया जा सकता है।
  • इस योजना की मदद से उन पीड़ितों को आर्थिक सहायता मिलेगी, जिनका जीवनयापन करना मुश्किल है।

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के उद्देश्य

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:

  • इस योजना का उद्देश्य बलात्कार या एसिड हमलों से पीड़ित पीड़ितों को मुआवज़ा प्रदान करना है।
  • साथ ही इसका उद्देश्य पीड़ितों के सामने आने वाली आर्थिक तंगी को कम करना और उन्हें समाज में सही सम्मान प्रदान करना है।
  • इस योजना के माध्यम से पीड़ितों को अपना जीवनयापन करने लिए आर्थिक सहायता मिलेगी।
  • साथ ही पीड़ितों को सम्मान के साथ समाज में फिर से शामिल होने में सक्षम बनाना है।

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के लिए पात्रता

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के तहत आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए, पीड़ित या उनके आश्रितों को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा-

  • इस योजना का लाभ केवल योजना के तहत सूचीबद्ध अपराध का शिकार होने पर ही मिलेगा। जिसमें बलात्कार, human trafficking, एसिड अटैक और अन्य गंभीर अपराध शामिल हैं।
  • इसका लाभ केवल बिहार के पीड़ितों को ही दिया जाएगा।
  • साथ ही जिन पीड़ितों को इलाज या अन्य खर्चों के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता है, उन्हें ही यह सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
  • योजना का लाभ लेने के लिए पीड़ित को FIR भी करवानी होगी, जिसकी आवश्यकता आवेदन करने के समय पड़ेगी।
  • वहीं पीड़ित को अपराध के कारण शारीरिक या मानसिक चोट, आर्थिक नुकसान या अन्य नुकसान का सबूत देना होगा।

आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़

  • आधार कार्ड
  • बैंक अकाउंट पासबुक
  • FIR या पुलिस रिपोर्ट
  • मेडिकल रिपोर्ट और बिल
  • पीड़ित की मृत्यु की स्थिति में आश्रितों के लिए मुआवज़े के मामले में मृत्यु प्रमाण पत्र
  • मूल निवास
  • आइडेंटिटी प्रूफ
  • मोबाइल नंबर, आदि।

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

 आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है-

  • सबसे पहले आवेदक को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के ऑफिस से आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा।
  • फिर इस आवेदन फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी अच्छे से भरनी है।
  • इसके बाद सभी आवश्यक डॉक्युमेंट्स फॉर्म के साथ अटैच कर DLSA ऑफिस में जमा करवाना है।
  • जहां से फॉर्म की रसीद मिलेगी, जिसे भविष्य के लिए संभालकर रखना है।
  • इसके बाद DLSA आवेदन और संलग्न दस्तावेजों का सत्यापन करेगा।
  • सफल सत्यापन के बाद DLSA आवेदन को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (SLSA) को स्वीकृति के लिए भेजेगा।
  • यहाँ से वेरिफिकेशन होने के बाद राशि आवेदक के बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर कर दी जाएगी।

निष्कर्ष

तो दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिक्ल ‘बिहार पीड़ित मुआवजा योजना’ जिसमें हमने इस योजना की बुनियादी बातों के बारे में अच्छे से जाना। साथ ही हमने बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के लिए अप्लाई करने की प्रक्रिया के बारे में भी जाना। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए अवश्य आवेदन करना चाहिए।

FAQs

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना क्या है?

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना एक सरकारी योजना है जिसे आपराधिक कृत्यों के कारण नुकसान या चोट झेलने वाले पीड़ितों की सहायता के लिए शुरू की गई है।

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के क्या फायदे है?

इस योजना के तहत पीड़ित को ₹7 लाख की मुआवजा राशि दी जाएगी।

बिहार पीड़ित मुआवजा योजना के क्या उद्देश्य है?

इस योजना का उद्देश्य बलात्कार या एसिड हमलों से पीड़ित पीड़ितों को मुआवज़ा प्रदान करना है।

Leave a Reply